फॉसी ने कहा कि लोगों को अब कभी भी एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाना चाहिए

नई दिल्ली
कोरोना वायरस के भयावह प्रकोप ने दुनिया की नजरें खोल दीं और अब दोबारा कभी हाथ नहीं मिलाने की बातें जोर-शोर से उठने लगी हैं। संक्रामक बीमारियों के शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ एंथनी फॉसी ने भी कहा कि लोगों को अब कभी भी एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे न केवल नोवल कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकेगा बल्कि दुनियाभर में इन्फ्लुएंजा के मामलों में भी बड़ी गिरावट आएगी। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी ऐंड इन्फेक्शस डिजीजेज के डायरेक्टर हैं। वो कोरोना वायरस पर वाइट हाउस टास्क फोर्स के भी प्रमुख सदस्य हैं।


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ऑल इंडिया रेडियो की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक, फॉसी ने कहा कि लोगों के दैनिक रूटीन में हाथ धोना बिल्कुल अनिवार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाथ धोने और किसी से हाथ नहीं मिलाने की आदत से कोरोना वायरस का संक्रमण तो रुकेगा ही, इन्फ्लुएंजा के मामले भी तेजी से घटेंगे। फॉसी ने कहा कि हाथ नहीं धोना और एक-दूसरे से हाथ मिलाना श्वसन संबंधी बीमारियां एक से दूसरे व्यक्ति में भेजने के बड़े तरीके हैं।


वायरस का फैलाव रोकने के उपायों पर पूछे गए सवाल के जवाब में फॉसी ने कहा कि एक तो है कि बिल्कुल अनिवार्य रूप से हाथ धोना और दूसरा, कभी भी किसी से हाथ नहीं मिलाना। हाल के हफ्तों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कई बार हाथ मिलाने का रिवाज छोड़ने पर बल दे चुके हैं। हालांकि, हाथ मिलाकर अभिवादन करना अमेरिकी संस्कृति का हिस्सा रहा है।


कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली बीमारी कोविड-19 ने दुनियाभर में 88,653 की जान ले ली है जबकि 1,521,809 लोग अब भी बीमार हैं। वहीं, भारत में इस बीमारी से 166 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कुल 5,095 लोग पीड़ित हैं।